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डॉक्टरों ने आरजी कर में मरीज की मौत पर अभिषेक बनर्जी की ‘भ्रामक पोस्ट’ की निंदा की, माफी की मांग की

पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के एक फोरम ने लोकसभा सदस्य एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को पत्र लिखकर उनके इस दावे का विरोध किया है कि कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाज नहीं मिलने से एक व्यक्ति की मौत हो गई । साथ ही, उनसे ‘बिना शर्त सार्वजनिक माफी’ मांगने की मांग की है।

आरजी कार अस्पताल के डॉक्टर 9 अगस्त को वहां प्रशिक्षण ले रही एक चिकित्सक के साथ बलात्कार और हत्या की घटना के बाद से विरोध पर हैं ।

बनर्जी को लिखे पत्र में तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव पश्चिम बंगाल के डॉक्टरों के संयुक्त मंच ने राजनेता के बयान पर चिंता व्यक्त की और इसे ‘असत्य’ और ‘दुर्भावनापूर्ण’ बताया।

पत्र में लिखा गया है, “यह कथन पूरी तरह से झूठा और भ्रामक है। एक दुखद सड़क दुर्घटना के कारण पॉलीट्रॉमा से पीड़ित युवा पुरुष मरीज को श्रीरामपुर से हायर सेंटर रेफर किया गया था और उसे उसी दिन यानी 6 सितंबर को सुबह 9:10 बजे आरजी कार में भर्ती कराया गया था। ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों ने तुरंत उसका इलाज किया और लगातार अंतराल पर उसे चिकित्सा सेवा प्रदान करना जारी रखा, जब तक कि दोपहर 12:30 बजे उसकी दुर्भाग्यपूर्ण मौत नहीं हो गई, जैसा कि अनंतिम मृत्यु प्रमाण पत्र में उल्लेख किया गया है।”

इसमें आगे कहा गया, “आपके दावे के विपरीत, मरीज को ‘चिकित्सा सहायता प्राप्त किए बिना तीन घंटे तक खून नहीं बहता था।’ आपके दावे में सच्चाई का कोई आधार नहीं है और यह उन चिकित्सा पेशेवरों द्वारा किए गए प्रयासों की उपेक्षा करता है, जिन्होंने मरीज की जान बचाने के लिए सब कुछ किया।”

इसके अलावा, डॉक्टरों के संगठन ने बनर्जी से ‘शीघ्र सुधारात्मक कार्रवाई’ करने का आह्वान किया, क्योंकि उनके ‘संभावित रूप से खतरनाक’ दावे से चिकित्सा समुदाय पर ‘नतीजे’ सामने आ सकते हैं, जो 9 अगस्त की घटना के कारण पहले से ही ‘अत्यधिक दबाव’ में है।

आरजी कर बलात्कार और हत्या, जिसने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया है, की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले का स्वतः संज्ञान लिया है।

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